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  • २०८२ पुष ५ | Sat, 20 Dec 2025
  • ‘समाचार लेखनके आधारमे पत्रकारकेँ अदालतमे तानब उचित नै’

    ‘समाचार लेखनके आधारमे पत्रकारकेँ अदालतमे तानब उचित नै’

    काठमाण्डू, ११ अखारः समाजवादी प्रेस सङ्गठन, नेपाल समाचार लेखनके आधारमे पत्रकारकेँ अदालतमे तानब, सामग्री हटेबाक लेल बाध्य करब आ पत्रकारके लेखनी रोकबाक प्रयास अभिव्यक्ति स्वतन्त्रताक खिलाफमे उठाएल गेल कदम रहल उल्लेख कएलक अइछ।

    सङ्गठनक महासचिव रोहित दाहालक अनुसार दृष्टि न्यूज अनलाइनमे प्रकाशित एक समाचारसँ असन्तुष्ट भ विशेष अदालतमे ओइ सञ्चारमाध्यमक अध्यक्ष शम्भुलाल श्रेष्ठ, सम्पादक एमपी सुब्बा आ सम्बन्धित पत्रकारके अदालतमे हाजिर होबाक आदेश देलक अइछ। ओ कहलैन जे एहि घटनासँ स्पष्ट होइ छै जे नेपालके न्यायालय पत्रकारिता क्षेत्रके संदेह आ प्रतिशोधक दृष्टिसँ देखैत अइछ।

    सङ्गठन कहलैन जे समाचारके सुधारब, परिमार्जन करब वा सम्पादन करब पत्रकारिताक मूल आत्मा छी, आ एहन स्वायत्त प्रक्रियामे अदालतक नियन्त्रण लोकतान्त्रिक प्रणालीसँ मेल नै खाइ छै। “समाचार लेखनके आधारमे पत्रकारकेँ अदालतमे तानब, सामग्री हटेबाक दबाब देब आ लेखन रोकेबाक प्रयास करब अभिव्यक्ति स्वतन्त्रताके कुठाराघात छी”, सङ्गठनक कहब छै।

    समाजवादी प्रेस सङ्गठन, नेपाल अदालतक एहन आदेश प्रति गम्भीर असहमति प्रकट करैत प्रेस स्वतन्त्रता रक्षाक लेल सब सरोकारवाला निकाय आ आम नागरिकसँ ऐक्यबद्धता देखेबाक आह्वान कएलैन।

    सङ्गठन कहलैन जे भ्रष्टाचार आ न्यायालयमे देखा रहल बेथितिपर सवाल उठेनाइ पत्रकारक कर्तव्य छी, आ ओकरा दण्डनीय मानब लोकतन्त्रविरोधी प्रयास छी। ओ स्पष्ट कएलैन जे एहिसँ प्रेस काउन्सिलक कार्यक्षेत्रक उल्लंघन होइत अइछ।

    सङ्गठन वरिष्ठ पत्रकार शम्भुलाल श्रेष्ठ, सम्पादक एमपी सुब्बा आ संवाददातामे जारी अदालत उपस्थितिक आदेश तुरन्त फिर्ता लेबाक मांग सेहो कएलक। रासस

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